दोस्तों!आज की कविता जैव-विविधता के ह्रास (Biodiversity Loss) के ऊपर है,खासकर जीव-जन्तु की विलुप्तता के संदर्भ में।मैं जल,जंगल और जमीन से जुड़ा हुआ आदमी...
दोस्तों!आज की कविता जैव-विविधता के ह्रास (Biodiversity Loss) के ऊपर है,खासकर जीव-जन्तु की विलुप्तता के संदर्भ में।मैं जल,जंगल और जमीन से जुड़ा हुआ आदमी...
दोस्तों आज की पंक्तियाँ मनोभाव(Attitude) के संदर्भ में है।’जग’ यानि दुनियाँ,’अपनी’ मतलब हम स्वयं एवं ‘अपनों’ का मतलब यहाँ अपने सगे-संबंधियों से है।इसका शीर्षक...